बढ कर हाथ बढ़ाना तुम
खोजना क्या शांति क पल
है समाहित पास तेरे
तू क्लांत जीवन जी उठेगा
पूर्ण होगी साधना
मधु त्रिपाठी
nice one.........
ReplyDeleteaccha likhte ho aap.
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