Friday, 12 August 2011

हम

हम

 

हम पानी है तो पानी के निशान छोड़ जायेंगे 
हम पानी है तो पानी के निशान छोड़ जायेंगे 

सीमा पे चढ़ेंगे तो प्रहरी बनेगे 
भारत के भाल की रक्षा करेंगे 
नेता जी सुभाष वाली गोली बन चलेंगे 
जय हिंद के नारों से धरती हिलेगी 
सौ करोड़ जनता की दहाड़ बन जायेंगे

मैया की छाती का छीर बन जायेंगे
भइया की राखी की लाज बन जायेंगे
बहना सुहाग वाली डोली बन जायेंगे
आयी हुई दुल्हन हँस के कहेगी 
पिया की सेजरिया श्रंगार बन

गर्मियों में धूप का पसीना बन जायेंगे
खेत  में किसान का नगीना बन जायेंगे
भोर की पति पे ओस बन जायेंगे 
सीप के अन्दर वाली मोती कहेगी 
गिरेंगे कपोल पे आंसू बन जायेंगे  

मधु त्रिपाठी 
MM                                                   





4 comments:

  1. सचिन को भारत रत्न क्यों?
    http://sachin-why-bharat-ratna.blogspot.com/

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  2. Thanks for your creations. I liked it.
    Regards and best wishes.

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  3. Thanks for your creations. its really good.
    Regards and wishes.

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